मेरे रेसिपी ब्लॉग पोस्ट में आपका स्वागत है। नमस्कार दोस्तों, आज हम आपके साथ मसाला मूंग दाल हलवा रेसिपी। Moong Dal Halwa Recipe in Hindi। शेयर करने जा रहे हैं। मूंग दाल हलवा एक बहुत ही स्वादिष्ट और पौष्टिक भारतीय मिठाई है। यह खासकर सर्दियों में खाई जाती है क्योंकि मूंग दाल से बना हलवा शरीर को गर्मी और ऊर्जा देता है। आजकल मूंग दाल का हलवा शादी-समारोह में भी बहुत प्रचलित है। आज हम आपको एक ऐसी अद्भुत और आसानी से घर पर मिलने वाली सामग्री से मूंग दाल हलवा रेसिपी बताएंगे। जो शायद आपने अब तक किसी के साथ नहीं शेयर की होगी। यह रेसिपी न केवल स्वाद में लाजवाब है, बल्कि इसे बनाने में भी ज्यादा समय नहीं लगता। तो चलिए, जानें मूंग दाल हलवा बनाने की आसान विधि। हम आपको इस रेसिपी में एक अच्छे तरीके से और स्टेप बाई स्टेप मुंग दाल हलवा की रेसिपी बताएंगे आप जरूर पूरी देखिएगा।
मूंग दाल हलवा बनाने के लिए सामग्री
- मूंग दाल – 1 कप (बिना छिलके वाली)
- घी – 1/2 कप
- चीनी – 1 कप (स्वाद अनुसार)
- दूध – 2 कप
- पानी – 1/2 कप
- बादाम – 8-10 (कटे हुए)
- पिस्ता – 8-10 (कटे हुए)
- किशमिश – 2 टेबलस्पून
- इलायची पाउडर – 1/2 टीस्पून
- सेंधा नमक – एक चुटकी (ऐच्छिक)
- केसर (स्वाद अनुसार)
मूंग दाल हलवा बनाने की विधि
Step1. मूंग दाल को भिगोना
सबसे पहले, मूंग दाल को अच्छी तरह से धोकर 3 घंटे के लिए पानी में भिगोने के लिए छोड़ दें। इससे दाल मुलायम हो जाएगी और पकने में आसानी होगी। अब दाल भीगने के बाद इसे दो-तीन बार और साफ पानी से धो ले। और पानी सोकने के लिए इसे 10 मिनट तक एक छलनी में रख दे।
Step2. भीगी दाल को भूनना
अब गैस चालू करके एक कढ़ाई में घी गर्म करें और उसमें भिगोई हुई मूंग दाल डालकर धीमी आंच पर हल्का भूरा होने तक अच्छे से भून लें। ध्यान रखें कि दाल जलने न पाए। इसे लगातार चलाते रहें। जब दाल का रंग बदलने लगे और उसकी खुशबू आनी लगे, तो दाल अच्छे से भुन चुकी होती है।
Step3. दूध और पानी डालें
अब कढ़ाई में 2 कप दूध और 1/2 कप पानी डालें। इसे अच्छे से मिला लें और ढक कर पकने दें। दाल को तब तक पकने दें जब तक वह पूरी तरह से नरम न हो जाए और दूध अच्छी तरह से अवशोषित हो जाए। इसके बाद दाल को लगातार चम्मच से दबाते हुए चलाते रहें ताकि वह नीचे से जले नहीं और मेश भी हो जाये।
Step4. चीनी डालना
जब दाल पूरी तरह से पक जाए और दूध लगभग सूख जाए, तो उसमें चीनी डालें और अच्छे से मिला लें। चीनी डालने के बाद हलवे को धीमी आंच पर गाढ़ा होने तक पकने दें। चीनी घुल जाएगी और हलवा एक मोटी और गाढ़ी कंसिस्टेंसी में बदल जाएगा और घी छोड़ने लगेगा।
Step5. आखिरी टच
अब इसमें इलायची पाउडर, सेंधा नमक (अगर आप स्वाद में थोड़ा चटपटा करना चाहें तो) और बादाम-पिस्ता डालें। साथ ही, अगर आप चाहें तो केसर भी डाल सकते हैं, जिससे हलवे का रंग और स्वाद और भी लाजवाब हो जाएगा। इसे अच्छे से मिला लें और कुछ मिनट तक पकने दें, ताकि सभी स्वाद अच्छी तरह से मिश्रित हो जाएं। लो सा बिना पिसे मुंग दाल हलवा तैयार है।
मूंग दाल हलवा बनाते समय मेरे टिप्स
- यदि आपको जल्दी है तो आप इसको गर्म पानी में 1 घंटे के लिए भिगोकर हलवा बना सकते है।
- मुंग दाल हलवा को बिना पिसे बनाने से इसका स्वाद और सेफ दोनों ही सही रहते है।
- मुंग दाल हलवा बनाते समय गैस की आंच धीमी रखे और लगातार हिलाते रह। इससे दाल जलती भी नहीं है और स्वाद भी हलवे का दुगना होता है।
- मूंग दाल हलवा बनाने में समय लगता है, इसलिए धैर्य रखें। दाल को अच्छे से पकने और रंग बदलने के लिए समय दें।
- घी का इस्तेमाल अधिक करें, क्योंकि घी से हलवे का स्वाद और भी बढ़ता है।
- दूध की मात्रा आप अपनी पसंद के हिसाब से बढ़ा सकते हैं।
- आप अगर स्वाद में कुछ परिवर्तन करना चाहें तो हलवे में खोया भी डाल सकते हैं।
- केसर डालने से हलवे का रंग और स्वाद दोनों ही शानदार हो जाते हैं।
- नारियल का बुरादा या काजू भी डाला जा सकता है, अगर आपको पसंद हो।
मेरे व्यक्तिगत अनुभव
सर्दियों के मौसम में मूंग दाल का हलवा नहीं खाया तो सर्दियों का मजा ही नहीं आया ऐसी कहावत है हमारे घर में। और वो भी बिना दाल को पिसे हुए। इसलिए में हमेशा ही मूंग दाल का हलवा इसी तरीके से बनाती हूँ। और सबको घर में बेहद पसंद आता है। मेने हजारो बार ट्राई किया है। तो आप भी इसी तरीके से स्टेप बाई स्टेप हलवा बनाएगा बहुत टेस्टी बनेगा।
FAQ
Question1. मूंग की दाल में सबसे ज्यादा क्या पाया जाता है?
पीली मूंग दाल प्रोटीन, फाइबर, आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम, लेक्टिन और पॉलीफेनोल्स जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होती है। 200 ग्राम पीली मूंग दाल में लगभग 50 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है, जो शरीर के विकास और मांसपेशियों की मरम्मत के लिए आवश्यक है। इसके अलावा, यह पाचन को स्वस्थ रखता है, रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है, और हड्डियों को मजबूत बनाता है। मूंग दाल का नियमित सेवन शरीर को ऊर्जा और तंदरुस्ती प्रदान करता है, और यह दिल और रक्तचाप के लिए भी फायदेमंद है।
Question2. भीगी हुई मूंग की दाल खा सकते हैं क्या?
जी हां, भीगी हुई मूंग दाल खाना सेहत के लिए फायदेमंद है। यह पाचन को बेहतर बनाती है, क्योंकि भिगोने से इसके एंजाइम सक्रिय होते हैं। भीगी हुई मूंग दाल में प्रोटीन और फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं और वजन घटाने में मदद करते हैं। इसे सलाद, सूप या खिचड़ी में शामिल करके खाया जा सकता है। हालांकि, कुछ लोगों को गैस या सूजन की समस्या हो सकती है, इसलिए इसे सीमित मात्रा में खाना चाहिए।
Question3. हलवा को इंग्लिश में क्या कहा जाता है?
हलवा को इंग्लिश में “Halva” या “Halwah” कहा जाता है। यह एक पारंपरिक भारतीय मिठाई है, जिसे विभिन्न प्रकार के आहार सामग्री जैसे गाजर, मूंग दाल, सूजी, आदि से बनाया जाता है। कुछ जगहों पर इसे “Sweet Pudding” भी कहा जाता है, लेकिन “Halva” सबसे सामान्य और प्रसिद्ध शब्द है।
Question4. हलवा कब खाना चाहिए?
हलवा को ब्रेकफास्ट, लंच के बाद या खास अवसरों पर खा सकते हैं। यह ऊर्जा प्रदान करता है और पाचन में मदद करता है। हलवा को सीमित मात्रा में और खासतौर पर जब शरीर को पोषण की आवश्यकता हो, जैसे गाजर या मूंग दाल का हलवा, तब इसे खाना फायदेमंद होता है। हालांकि, इसे अत्यधिक घी और चीनी के साथ न खाएं, खासकर वजन घटाने के दौरान।
मूंग दाल हलवा खाने के फायदे और नुकसान
फायदे Moong Dal Halwa Recipe in Hindi
मूंग दाल हलवे को संतुलित आहार के रूप में खाने के कई फायदे होते है जैसे की
पौष्टिकता और पाचन के लिए
मूंग दाल हलवा प्रोटीन, फाइबर, आयरन, कैल्शियम और पोटैशियम से भरपूर होता है, जो शरीर को ताकत और ऊर्जा प्रदान करते हैं। और मूंग दाल हलवा का सेवन पाचन तंत्र को सही बनाए रखता है। मूंग दाल में घुलनशील फाइबर होता है, जो पाचन को बेहतर करता है।
ऊर्जा और ताकत
यह मुंग दाल हलवा ऊर्जा से भरपूर होता है और शरीर को लंबे समय तक सक्रिय बनाए रखता है। इसमें घी और दूध होने के कारण यह एक अच्छा ऊर्जा स्रोत है।
हड्डियों और मांसपेशियों के लिए
हलवे में प्रोटीन और कैल्शियम होते हैं, जो हड्डियों और मांसपेशियों की मजबूती के लिए फायदेमंद हैं।
नुकसान Moong Dal Halwa Recipe in Hindi
वजन और रक्त शर्करा का बढ़ना
मूंग दाल के हलवे में घी और चीनी की अधिक मात्रा होती है, जो अधिक सेवन से कैलोरी बढ़ा सकते हैं और वजन बढ़ाने का कारण बन सकते हैं। और हलवे में चीनी ज्यादा मात्रा में होती है, तो डायबिटीज के मरीजों को इसे सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए, क्योंकि इससे रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है।
शरीर में गर्माहट और गैस की समस्या
हलवे में घी और मसालों की अधिकता से शरीर में गर्मी बढ़ सकती है, जिससे एसिडिटी या पित्त संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। और कुछ लोगों को मूंग दाल से गैस और सूजन की समस्या हो सकती है, खासकर अगर हलवे का अधिक सेवन किया जाए।
सुझाव
मूंग दाल हलवा खाने से स्वास्थ्य को कई फायदे मिलते हैं, लेकिन इसे संतुलित मात्रा में खाना चाहिए, खासकर घी और चीनी की अधिकता से बचते हुए। इसे विशेष रूप से सर्दी में शरीर को गर्मी देने के लिए खाया जा सकता है।
यह था हमारा मूंग दाल हलवा रेसिपी। Moong Dal Halwa Recipe in Hindi। आप एक बार जरूर बनाकर खाएं, यकीनन आपको पसंद आएगा👍।
हमारे ब्लॉग को पढ़ने के लिए धन्यवाद। आप जैसे पाठक हमें और बेहतर बनने की प्रेरणा देते हैं✨। अगर आपको यह रेसिपी पसंद आई हो, तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरूर शेयर करें ताकि वो भी मूंग दाल हलवा रेसिपी। Moong Dal Halwa Recipe in Hindi बनाकर अपनों का दिल जीते। 📲👨👩👧👦।
धन्यवाद!
घी में तला और ड्राई फ्रूट्स से सजा,
मूंग दाल हलवा, बस यही स्वाद लाजवाब है।
जिन्हें पसंद नहीं था, अब वो भी कहने लगे,
मूंग दाल हलवा, सर्दियों का सबसे प्यारा जवाब है।……….Moong Dal Halwa Recipe in Hindi
2 thoughts on “मूंग दाल हलवा रेसिपी। Moong Dal Halwa Recipe in Hindi.”