मेरी रेसिपी में आपका स्वागत है। नमस्कार दोस्तों, आज हम आपके साथ कच्ची हल्दी की रेसिपी,स्वाद और सेहत का बेहतरीन संगम। शेयर करने जा रहे हैं। हल्दी एक भारतीय रसोई का अहम हिस्सा है। यह स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है। यह एक अद्भुत औषधीय गुणों से भरपूर होती है। इसमें इतनी ताकत होती है की इस सब्जी में की सर्दियों के मौसम में पांच-सात बार खाने से यह हमे पुरे साल तक पौष्टिकता प्रदान करती है। हल्दी में कर्क्यूमिन नामक तत्व होता है, जो सूजन को कम करने, रोगों से लड़ने, और शरीर के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह सब्जी बाजरे की रोटी के साथ बेहद स्वादिष्ट लगती है। हम आपके लिए एक आसान और देसी तरीके से कच्ची हल्दी बनाने की रेसिपी लेकर आये है। तो आइये जानते है कैसे बनाते है आसान और देसी तरीके से बनने वाली हल्दी की सब्जी।
में ज्यादा कोई अलग सब्जियां नहीं डालती हूँ क्योंकि हल्दी की पौष्टिकता कम होती है और स्वाद भी खराब होता है।
कच्ची हल्दी क्या है?
कच्ची हल्दी, जिसे हम ताजे हल्दी के रूप में जानते हैं, हल्दी की जड़ होती है, जिसे पाउडर बनाने से पहले ताजे रूप में उपयोग किया जाता है। यह हल्दी पाउडर की तुलना में अधिक पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक मानी जाती है क्योंकि इसमें प्राकृतिक तत्व और यौगिक अधिक होते हैं। ताजे हल्दी के प्रयोग से शरीर को अधिक लाभ मिलता है और यह पाचन, इम्यून सिस्टम, और त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होती है।
कच्ची हल्दी की सब्जी बनाने के लिए सामग्री
- कच्ची हल्दी – 200 ग्राम
- देसी घी – 150 ग्राम
- जीरा – 1 छोटा चम्मच
- लहसुन की कलियां – 4-5 (कटी हुई)
- प्याज – 1 (बारीक कटा हुआ)
- मटर – 1 कप
- हरी मिर्च – 2 (कटी हुई)
- लाल मिर्च पाउडर – 1 छोटा चम्मच
- नमक – स्वाद अनुसार
- धनिया पाउडर – 1 छोटा चम्मच
- दही – 1 कप
- काजू – 10-15 (कटे हुए)
- ताज़ा धनिया पत्तियां – गार्निश के लिए
कच्ची हल्दी की सब्जी बनाने की विधि
कच्ची हल्दी तैयार करने का तरीका
सबसे पहले कच्ची हल्दी को अच्छे से धो लें ताकि उस पर लगी मिट्टी या गंदगी निकल जाए। फिर हल्दी के छिलके को अच्छे से चाकू की सहायता से ऊपर से छील ले। अब थोड़ी बड़ी-बड़ी कदूकस कर ले।
तड़का तैयार करने का तरीका
गैस चालू करके एक कढ़ाई में देशी घी डाले और अच्छे से गर्म करें। घी गर्म होते ही उसमें जीरा, लहसुन डालें और उसे तड़कने दें। फिर इसमें कदूकस की हुई हल्दी डाले और कभी धीमी या कभी तेज आंच पर 20 मिनट तक भुने। लगेतार हिलाते रहे नहीं तो यह कढ़ाई के तले पर लग जाती है। कभी धीमी या कभी तेज आंच पर हल्दी को सेकने से हल्दी का टेस्ट एक अलग ही आता है।
सब्जियां डालने का तरीका
अब इस भुनी हुई हल्दी में हरी मिर्च, प्याज और मटर डालकर 10 मिनट तक और भुने।
मसाले डालने का तरीका
जब सब्जियां पक जाये तब हम इसमें लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर और स्वाद अनुसार नमक डालकर 5 मिनट भुनने के बाद इसमें दही और काजू डालकर लगतार हिलाते हुए 5 मिनट तक और भुने। अब ढक्कन लगाकर 5 मिनट तक और भुनेने के बाद गैस बंद करके हरा धनिया डाल दे। लो सा एकदम देसी तरीके से कच्ची हल्दी की सब्जी बनकर तैयार है।
कच्ची हल्दी की सब्जी बनाते समय मेरे खास टिप्स
- हल्दी खरीदते समय ताजी हल्दी खरीदें।
- हल्दी छीलते समय हल्के हाथो से छिले ज्यादा परत उतारने से पौष्टिकता कम होती है।
- हल्दी को सब्जी बनाने के कुछ ही मिनटों पहले छीलकर तैयार करे नहीं तो काली पड़ सकती है।
- आपके पास यदि कदूकस करने वाली जार नहीं है तो आप हल्दी को छोटे टुकड़ो में चाकू से काट भी सकते है।
- हल्दी को कभी धीमी या कभी तेज आंच पर भुनने से टेस्ट मस्त आता है यह कोई फेख नहीं मेरा आजमाया हुआ तरीका है।
- दही को डालने के बाद लगतार हिलाये नहीं तो दही फट जाता है और सब्जी का टेस्ट खराब हो जाता है।
- मसाले डालने के बाद ढ़कन लगाकर पांच मिनट धीमी आंच पर पकने से हल्दी का स्वाद दुगना हो जाता है।
- आप चाओ तो कच्ची हल्दी की सब्जी को आलू, गाजर, या अन्य मौसम के सब्जियों के साथ भी बना सकते हैं।
- आप चाओ तो कच्ची हल्दी की सब्जी को तेल में भी बना सकते हो।
आप इन सभी टिप्स को फॉलो करके पहली बार भी हल्दी की टेस्टी सब्जी बना सकते हो।
कच्ची हल्दी की सब्जी खाने के फायदे
कच्ची हल्दी की सब्जी को संतुलित आहार के रूप में खाने से कई फायदे होते है जैसे की
इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाना
कच्ची हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूती प्रदान करते हैं। यह शरीर को विभिन्न संक्रमणों और रोगों से बचाने में मदद करती है।
पाचन तंत्र को स्वस्थ रखना
कच्ची हल्दी पाचन को बेहतर बनाती है। इसमें मौजूद करक्यूमिन नामक यौगिक पाचन को प्रोत्साहित करता है और गैस, एसिडिटी, और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है।
त्वचा के लिए लाभकारी
कच्ची हल्दी का सेवन त्वचा के लिए भी बेहद लाभकारी होता है। यह त्वचा की चमक बढ़ाने में मदद करती है और मुहांसों, पिंपल्स, और दाग-धब्बों को कम करने में मददगार होती है। हल्दी पाउडर को बेसन के साथ मिलाकर चेहरे पर लगाने से चेहरा साफ होता है।
वजन घटाने में मदद
कच्ची हल्दी शरीर की मेटाबोलिज़्म को बढ़ाती है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है। यह शरीर की चर्बी को घटाने और पाचन को बेहतर बनाने में सहायक होती है।
हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए
हल्दी में मौजूद तत्व हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं और हड्डियों की समस्याओं को कम करने में सहायक होते हैं। यह हड्डियों में सूजन को कम करने में भी मददगार होती है।
सूजन और दर्द को कम करना
हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। यह गठिया और जोड़ों के दर्द जैसी समस्याओं में राहत देती है।
हल्दी शरीर में घाव जल्दी लेन में बेहद मददगार होती है।
कच्ची हल्दी की सब्जी खाने के नुकसान या सुझाव
रोजाना और अत्यधिक मात्रा में कच्ची हल्दी की सब्जी खाने से हमारे शरीर नुकसान भी हो सकते है जैसे की
अत्यधिक सेवन से पाचन संबंधी समस्या
कच्ची हल्दी का अत्यधिक सेवन पाचन तंत्र पर असर डाल सकता है, खासकर यदि आप पहले से किसी पेट की समस्या से जूझ रहे हैं। इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।
गर्भावस्था और दवाइयों के साथ सावधानी
गर्भवती महिलाओं को कच्ची हल्दी का सेवन डॉक्टर से सलाह लेकर ही करना चाहिए। हल्दी में कुछ ऐसे गुण होते हैं जो गर्भपात का कारण बन सकते हैं, इसलिए अधिक सतर्कता बरतनी चाहिए।
एलर्जी और त्वचा पर प्रतिक्रिया
कच्ची हल्दी का कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है, खासकर जिनकी त्वचा संवेदनशील होती है। इसे खाते समय अगर किसी को खुजली, लालिमा या सूजन महसूस हो, तो इसे रोक देना चाहिए। हल्दी का अधिक सेवन त्वचा पर भी रिएक्शन कर सकता है, जैसे की खुजली या रैशेज़।
रक्त पतला होना
हल्दी का अत्यधिक सेवन रक्त को पतला कर सकता है, जिससे खून बहने का खतरा बढ़ सकता है। अगर आप कोई रक्त पतला करने वाली दवाएं ले रहे हैं, तो कच्ची हल्दी की अधिक मात्रा लेने से बचें।
किडनी और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या
कच्ची हल्दी का अधिक सेवन उन लोगों के लिए हानिकारक हो सकता है जिनकी किडनी में पहले से कोई समस्या हो। हल्दी में कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो किडनी पर दबाव डाल सकते हैं, जिससे किडनी की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है। और हल्दी में मौजूद करक्यूमिन की मात्रा ज़्यादा होने से हार्ट बीट बढ़ सकती है और हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है।
पीलिया रोगी के लिए
जिन लोगों को पीलिया यानी जॉन्डिस की समस्या है, उन्हें हल्दी का सेवन नहीं करना चाहिए।
यह थी हमारी कच्ची हल्दी की रेसिपी,स्वाद और सेहत का बेहतरीन संगम। यह रेसिपी मेरे हाथों का स्वादिष्ट अंदाज है और बेहद टेस्टी बनती है। इसे एक बार जरूर बनाकर खाएं, यकीनन आपको पसंद आएगी👍।
हमारे ब्लॉग को पढ़ने के लिए धन्यवाद। आप जैसे पाठक हमें और बेहतर बनने की प्रेरणा देते हैं✨। अगर आपको यह रेसिपी पसंद आई हो, तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरूर शेयर करें📲👨👩👧👦।
धन्यवाद!
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