मेरी रेसिपी में आपका स्वागत है। ग्वार फली की सब्जी राजस्थान की प्रसिद्ध सब्जी है। यह बनाने में आसान और खाने में स्वाद लगती है। फलवासी राजस्थान में बिना छमकै बनाई जाती है। यह खाने में बड़ी स्वादिस्ट लगती है। यह सब्जी आयुर्वेदिक से कम नहीं है। ग्वार फली की सब्जी शादी समारोह में बनाई जाने वाली खास सब्जी होती है। आज हम आपके लिए आसान सा तरीका लेकर आए है। जिससे यह सब्जी बहुत टेस्टी लगेगी। कई जगहों पर इसे फुलगारा भी कहते है। आप रोजाना एक ही तरीके से ग्वार फली खाकर बोर हो रहे हो तो आज हम आपके लिए अनोखे और आसान तरिके की ग्वार फली बनाने की रेसिपी लेकर आये है। जो अपने कभी नहीं खाई होगी। तो आइये जानते है कैसे बनाते है ग्वार फली की सब्जी और फलवासी।
ग्वार फली की फलवासी बनाने के लिए सामग्री
- ग्वार फली – 100 ग्राम
- घी – 2 छोटे चमच्च
- राई – 1/4 छोटा चमच्च
- लाल मिर्च पाउडर – 1 छोटा चमच्च
- हल्दी पाउडर – 1/4 छोटा चमच्च
- धनिया पाउडर – 1/2 छोटा चमच्च
- नमक – 1/2 छोटा चमच्च(स्वादानुसार)
- पानी – 1/2 लीटर(ग्वार फली उबालने के लिए)
ग्वार फली की फलवासी बनाने की विधि
ग्वार फली की फलवासी बनाने के लिए ग्वार फली को साफ पानी से धो ले। अब ग्वार फली के दोनों तरफ के मुँह को हाथो की सहायता से तोड़कर साफ कर ले। फलवासी बनाने के लिए ग्वार फली को काटे नहीं मोटी ही रहने दे। अब एक भगोना ले और गैस चालू करके भगोने में पानी डालकर एक उबाल आने पर इसमें साफ की हुई ग्वार फली डालकर चार-पांच उबाल आने तक उबालें। अब उबली हुई ग्वार फली को छलनी की सहायता से पानी से अलग करके ग्वार फली को एक भगोना में डाल दे। अब उबली हुई ग्वार फली में लाल मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर और नमक डाल दे। और चमच्च की सहायता से हिला ले। अब यदि आपके घर में चूल्हा जलाते है तो इस मसालों वाली ग्वार फली पर जलता हुआ खीरा(अंगिरा) रखकर इसके ऊपर तेल और राई डालकर ढ़कन लगा दे। और पांच मिनट बाद खीरा(अंगिरा) को बाहर निकाल दे। और यदि आपके घर में चूल्हा नहीं जलाते है तो आप एक बड़े चमच्च में तेल डालकर गैस चालू करके धीमी आंच पर तेल को गर्म कर ले और इसमें राई डालकर। गर्म तेल को मसालों वाली ग्वार फली में डालकर ढकन लगा दे। और गर्मा-गर्म गेहूं या बाजरे की रोटी के साथ खाये। यह खाने में बहुत स्वाद लगती है और बनाने में बिलकुल आसान। और कम समय में बनकर तैयार।
ग्वार फली की सब्जी बनाने के लिए सामग्री
- ग्वार फली – 250 ग्राम
- तेल – 3 छोटा चमच्च
- जीरा – 1/2 छोटा चमच्च
- राई – 1/2 छोटा चमच्च
- लहसुन – 10 कलियां(कूटकर)
- लाल मिर्च पाउडर – 2 छोटा चमच्च
- हल्दी पाउडर – 1/2 छोटा चमच्च
- धनिया पाउडर – 1 छोटा चमच्च
- नमक – 1 छोटा चमच्च(स्वादानुसार)
- हरी मिर्च – 2 (बारीक़ कटी हुई)
- टमाटर – 1 (बारीक़ कटा हुआ)
- पानी – 1 लीटर(ग्वार फली उबालने के लिए)
- गर्म मसाला – 2 चुटकी
- हरा धनिया – 2 छोटा चमच्च(बारीक़ कटा हुआ)
ग्वार फली की सब्जी बनाने की विधि
ग्वार फली सब्जी बनाने के लिए सबसे पहले ग्वार फली को साफ धोकर छोटे-छोटे पीस में काट ले। अब एक भगोना ले और गैस चालू करके भगोने में पानी डालकर एक उबाल आने पर इसमें कटी हुई फली डालकर चार-पांच उबाल आने तक उबालें। अब उबली हुई ग्वार फली को छलनी की सहायता से पानी से अलग करके ग्वार फली को एक कटोरी में रख दे। अब एक कढ़ाई और बड़ा चमच्च ले और गैस चालू करके कढ़ाई को गैस पर रखकर इसमें तेल डाल दे और तेल गर्म होने पर इसमें लहसुन, जीरा और राई का तड़का लगाए। गैस की धीमी आंच पर अब इसमें कटी हुई हरी मिर्च डालकर थोड़ी भुने और मिर्च भुनने के बाद इसमें उबली हुई ग्वार फली डालकर इसे एक मिनट के लिए तले। अब इसमें लाल मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर और नमक डालकर मसालों को अच्छे से पांच मिनट के लिए पकाये। अब इसमें टमाटर और गर्म मसाला डाल दे। अब थोड़ी देर में गैस बंद करके इसमें हरा धनिया डालकर सब्जी को हिला दे। लो सा लाजवाब स्वाद के साथ ग्वार फली की सब्जी तैयार है। यह सब्जी बाजरे की रोटी में बहुत ज्यादा स्वादिष्ट लगती है।
ग्वार फली खाने से फायदे
ग्वार फली खाने से हमें कई सारे फायदे होते है। जो हमारे शरीर को मजबुत रखने में मदद करते है। ग्वार फली में आयरन हीमोग्लोबिन होता है जो हमारे शरीर में खून बढ़ाने में सहायक है। गर्भावस्ता में ग्वार फली बहुत ज्यादा खानी चाहिए। बहुत फायदेमंद होती है। डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए ग्वार फ़ली बहुत लाभदायक होती है। ग्वार फली खाने से ब्लड शुगर का लेवल सही रहता है। मोठे पेट वालो को ग्वार फली का सेवन करने से पेट कम होता है। बाकी सब्जियों से ग्वार फली में ज्यादा मात्रा में प्रोटीन होता है। जो शरीर के लिए बहुत ज्यादा लाभदायक होते है।
ग्वार फली खाने से नुकसान
एलर्जी होने वाले लोगों को ग्वार फली का सेवन नहीं करना चाहिए। आर्ट अटेक रोगी को ग्वार फली ज्यादा नहीं खानी चाहिए। नुकसान दायक हो सकती है। दस्त या डायरिया होने पर ग्वार फली खाने से नुकसान हो सकता है।