मेरी रेसिपी में आपका स्वागत है। बाजरे का खींच(खिचड़ा) राजस्थान का देसी खान-पान है। इसे राजस्थान में बड़े चाव से खाते है। सर्दियों के मौसम में अच्छा खान-पान करना चाहिए। यह खाने में स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहत के लिए भी फ़ायदेमंद होता है खीचड़े में बहुत ज्यादा मजबूती होती है। इसमें कई कैलोरी ऊर्जा होती है। इसे पौष्टिक भोजन माना जाता है। लोग खिचड़ी खाने से बोर हो जाते है तो आज हम आपके लिए खींच(खिचड़ा) की रेसिपी लेकर आये। आजकल लोग घी खाना कम पसंद करते है तो बाजरे का खींच(खिचड़ा) में ज्यादा घी खाया जा सकता है इसमें ज्यादा घी हो तो यह बहुत स्वाद लगता है। जिसे आप बड़े मजे से खाने वाले है और कहने वाले है की क्या चीज थी। बाजरे को साफ करके पीसने में ज्यादा मेहनत लगने के कारण इसे आजकल कम बनाते है। तो आज हम आपके लिए आसान सा तरीका लाये है जिसे फॉलो करके आप बहुत आसानी से बाजरे को साफ करके पीसके खींच(खिचड़ा) बना सकते है। तो आइये जानते है खींच(खिचड़ा) बनाने की रेसिपी।
बाजरे का दलिया बनाने के लिए सामग्री
- बाजरा – 1 किलो
- पानी – 1 कप
- मिक्सी, फटकने के लिए बांस की सुपड़ी (छाला) या परात से भी फटक सकते है
बाजरे का दलिया बनाने का देसी तरीका
बाजरे को साफ करके इसमें पानी छिड़क दे और दो-तीन घंटे के लिए रख दे। जिससे बाजरा थोड़ा लचीला हो जायेगा। अब बाजरे को मिक्सी या ओखली की सहायता से कूट सकते है इसे कूटने से हाथो की बढ़िया कसरत होती है। तो हम मिक्सी से पिसते है। बाजरे को मिक्सी की जार में डालकर धीमी रेस पर एकबार चलाये और बाजरे को धीरे-धीरे दोनों हाथो से बांस की सुपड़ी (छाला)या परात को पीछे से पकड़कर फ़टक ले। ऐसे ही करके सारे बाजरे को फ़टक ले। अब साफ फटके हुए बाजरे को मिक्सी की जार में थोड़ा-थोड़ा डालकर बाजरे का तीन दाना हो उस आकार का दलिया बना ले। लो सा बाजरे का साफ दलिया बनकर तैयार है। अब हम इस दलिये से राजस्थान का देसी भोजन खींच(खिचड़ा) बनाएंगे।
बाजरे के दलिये से खींच(खिचड़ा)बनाने के लिए सामग्री
- बाजरे का दलिया – 2 कप
- पानी – 8 कप
- चीनी या गुड़ – 1 कप
- नमक – 1 चुटकी
- घी – 1/2 कप (स्वादनुसार)
बाजरे के दलिये से खींच(खिचड़ा)बनाने की विधि
बाजरे के दलिये से खींच(खिचड़ा) बनाने के लिए हम सबसे पहले एक बड़ा भगोना लेंगे और इसमें पानी डालकर गैस पर रखकर गैस चालू कर देंगे। गैस की आंच तेज रखेंगे। अब पानी का अच्छे से चार-पांच बार उबाल आने दे। गैस की आंच धीमी करके अब उबले हुए पानी में बाजरे का दलिया और नमक डालकर बड़े चमच्च से लगतार हिलाते रह ताकि इसमें गुठलिया न पड़े। अब तब तक पकाये की दलिया सारा पानी ने सोख जाए। पकने के बाद गैस बंद करके इसमें चीनी या गुड़ और घी मिला दे। लो सा खींच(खिचड़ा) बनकर तैयार है इसे गर्म-गर्म खाने से यह बेहद स्वाद लगता है। तो अपनों को खींच(खिचड़ा) परोसिये और पुरानी यादों को ताज़ा कीजिये।
बाजरे के दलिये का खींच(खिचड़ा) खाने से फायदे
बाजरे का खींच(खिचड़ा) खाने के अनेको लाभ है। बाजरे के खींच(खिचड़ा) में विटामिन, खनिज, प्रोटीन, फ़ाइबर और कार्बोहाइड्रेट भरपूर मात्रा में होता है। जो शरीर को मजबूत बनाए रखते है। बाजरे के खींच(खिचड़ा) में आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो खून की कमी को दूर करता है। बाजरे का खींच(खिचड़ा) डायबिटीज़ रोगियों के लिए बहुत लाभदायक होती है। बाजरे का खींच(खिचड़ा) खाने से त्वचा हेल्दी और सुंदर रहती है। सर्दीयो के मौसम में अमृत से कम नहीं है बाजरे का खींच(खिचड़ा)। घी खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। घी में मौजूद हेल्दी फ़ैट्स गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ाते हैं, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।
बाजरे के दलिये का खींच(खिचड़ा) खाने से नुकसान
बाजरे का खींच(खिचड़ा) में गोइट्रोजन होता है, जिससे थायरॉइड हॉर्मोन का उत्पादन बढ़ता है। ज़्यादा बाजरा खाने से थायरॉइड के रोगी को समस्याएं हो सकती हैं। कुछ लोगों को बाजरे से एलर्जी हो सकती है। इससे खुजली, चकत्ते और सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्याएं हो सकती हैं। बाजरे का खींच(खिचड़ा) गर्मियों में नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इससे शरीर में गर्मी पैदा होती है और पानी की कमी हो सकती है। लम्बे समय तक बाजरे का खींच(खिचड़ा) खाने से कब्ज की समस्या बढ़ जाती है। ज्यादा मात्रा में घी का सेवन करने से सिरदर्द, भूख में कमी और उल्टी के साथ-साथ श्वास नली जाम होने की समस्या हो सकती है।
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