मेरी रेसिपी में आपका स्वागत है। भारत में दाल एक प्रसिद्ध और रोजाना खाने वाली सब्जी है। भारत में अधिकांश घरो में शाम के भोजन में दाल बनाई जाती है। मेहमान आने पर भी आप मेरे तरिके से बताई हुई दाल बना सकते है। दाल स्वास्थ्य के लिए अच्छी और मजबूत भी रहती है। दाल में कई तरह के प्रोटीन होते है। दाल एक हल्की सब्जी होती है। जो मरीज की सेहत के लिए सही रहती है। डॉ. भी हर मरीज को दाल खाने को कहते है। तो रोजाना एक ही स्वाद से परेशान हो गए हो तो आज हम आपके लिए एक मस्त देसी तरीके से बनाई हुई दाल की रेसिपी लेकर आये है। जो होगी खाने में स्वाद,बनाने में आसान और पौष्टिकता से भरपूर।
दाल बनाने के लिए सामग्री
- चने की दाल – 1/2 कप
- मूंग की दाल – 1 कप
- पानी – 1 लीटर
- नमक – 1/2 चमच्च (स्वादानुसार)
- हल्दी – 1/2 चमच्च
- लाल मीर्च पाउडर – 1 चमच्च
- धनिया पाउडर – 1 चमच्च
- तेल – 2 छोटा चमच्च
- जीरा – 1/2 छोटा चमच्च
- राई – 1/2 छोटा चमच्च
- हरा धनिया – 5-7 कलियां
- हरी मिर्च – 2 (बारीक़ कटी हुई)
- लाल टमाटर – 1 (बारीक़ कटा हुआ)
- लहसुन – 5-7 कलियां
- हींग – एक चुटकी
- कसूरी मेथी – दो चुटकी
दाल बनाने की विधि
दाल बनाने के लिए एक भगोना ले और उसमे पानी डालकर गैस चालू करके तेज आँच पर पानी को गर्म कर ले। पानी को एक उबाल आने तक गर्म करे। पानी गर्म होने पर इसमें मुंग और चने की दाल डाल दे। थोड़ी देर के बाद इसमें लाल मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर और नमक डालकर दाल को उबाल ले। बिच-बिच में चमच्च से दाल को हिलाते रहे। दाल को तब तक उबालें की उबलकर वो गाडी ने हो जाये। अब गैस को बंद कर दे। अब दाल का तड़का लगाने की तैयारी करे। तड़का लगाने के लिए एक कड़ाई ले और गैस चालू करके कड़ाई को गैस पर रख दे। अब इसमें तेल डालकर तेल थोड़ी देर गर्म होने पर इसमें जीरा, राई और हींग डालकर थोड़ी देर बाद हरी मिर्च और कूटकर लहसुन डालें अब इन मसालों को हल्का सुनहरा होने तक भूनें। भुनने के बाद इसमें कटे हुए टमाटरऔर कसूरी मेथी डाल दे। टमाटर को थोड़ी देर तक तले और इसमें उबली हुई दाल डाल दे। अब कटा हुआ हरा धनिया डालकर दाल को तली हुई पूड़ी या रोटी के साथ खाये। यह दाल खाने में इतनी लाज्वाब लगेगी की आपका खाते-खाते पेट नहीं भरेगा इस विधि से बनायंगे तो इतनी ज्यादा स्वाद लगेगी।
दाल खाने के फायदे
दाल खाने के कई फायदे है। दाल में कई पोषक तत्वे पाए जाते है जो शरीर की पाचन क्रिया को मजबूत बनाती है और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करती है। दाल में कैल्शियम और फ़ॉस्फ़ोरस पाया जाता है जो शरीर की हड्डियों को मजबूत बनाता है। दाल में विटामिन बी,पोटैशियम,आयरन और मैग्नीशियम जैसे कई मिनरल होते हैं जो शरीर का संतुलन बनाने में माहिर होते है। दाल खाने से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है। दाल खाने से वजन कंट्रोल में रहता है और से त्वचा सुंदर होती है। आर्ट अटेक मरीज को रोजाना दाल खानी चाइये। दाल खाने से डायबिटीज़ का खतरा कम रहता हैं।
3 thoughts on “मेरे बताए हुए तरीके से बनाएं दाल,उँगलियाँ चाटते रह जाएंगे परिवार वाले। दाल बनाने की विधि।”