मेरी रेसिपी में आपका स्वागत है। नमस्कार दोस्तों, आज हम आपके साथ स्वाद और सेहत का बेहतरीन मेल पालक और मटर की कढ़ी की रेसिपी। शेयर करने जा रहे हैं। पालक और मटर की कढ़ी एक बेहतरीन भारतीय व्यंजन है जो स्वाद, सेहत और पौष्टिकता से भरपूर होता है। यह खासकर उन लोगों के लिए आदर्श है जो अपनी डाइट में फाइबर की मात्रा बढ़ाना चाहते हैं। पालक में आयरन, विटामिन A और C भरपूर मात्रा में होते हैं, वहीं मटर प्रोटीन और फाइबर का बेहतरीन स्रोत है। जब इन दोनों का मिश्रण कढ़ी के रूप में होता है, तो यह एक पौष्टिक, स्वादिष्ट और संपूर्ण भोजन बन जाता है। वैसे तो कढ़ी कई प्रकार की बनाई जाती है पर आज हम आपके लिए एक अनोखे तरीके से कढ़ी बनाने की रेसिपी लेखर आये है। तो आइये जानते है पालक और मटर की कढ़ी बनाने की रेसिपी।
पालक और मटर की कढ़ी को किसी भी समय खाया जा सकता है जैसे नाश्ते में, लंच में या डिनर में। इस रेसिपी का स्वाद चखते ही आपके परिवार के सभी सदस्य इसे ही रोजाना बनाना पसंद करेंगे।
पालक और मटर की कढ़ी बनाने के लिए सामग्री
कढ़ी के लिए
- पालक – 2 कप (बारीक कटा हुआ)
- मटर – 1 कप
- दही – 1/2 कप
- बेसन – 2 टेबलस्पून
- हरी मिर्च – 1 (बारीक कटी हुई)
- अदरक – 1 इंच टुकड़ा (कद्दूकस किया हुआ)
- हल्दी पाउडर – 1/2 टीस्पून
- जीरा – 1/2 टीस्पून
- धनिया पाउडर – 1 टीस्पून
- नमक – स्वाद अनुसार
- घी – 1 टीस्पून
- पानी – 3-4 कप
तड़के के लिए
- घी – 1 टेबलस्पून
- जीरा – 1/2 टीस्पून
- हरी मिर्च – 1 (स्लाइस की हुई)
- लाल मिर्च पाउडर – 1/4 टीस्पून
- हींग – 1 चुटकी
- दाना मेथी – 1/2 टीस्पून
पालक और मटर की कढ़ी बनाने की विधि
कढ़ी का घोल तैयार करें
सबसे पहले, एक बर्तन में दही और बेसन को अच्छे से फेंट लें ताकि कोई गाठें न रह जाएं। फिर इसमें हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर, नमक और पानी डालकर अच्छे से मिला लें। अब एक कढ़ाई में 1 टेबलस्पून घी डालकर उसे गर्म करें। इसमें अदरक और हरी मिर्च डालकर 1-2 मिनट तक भूनें। इसके बाद, कढ़ाई में बारीक कटा हुआ पालक और मटर डालें और 3-4 मिनट तक अच्छे से पकने दें।
घोल को उबालें
अब दही और बेसन के घोल को कढ़ाई में डालें और अच्छे से मिलाएं। इसे डालते ही लगतार हिलाते रहे नहीं तो दही फटने का डर रहता है। फिर इसे मध्यम आंच पर उबालने दें। जब कढ़ी उबालने लगे, तो आंच को धीमा कर दें और 10-15 मिनट तक पकने दें ताकि कढ़ी गाढ़ी हो जाए और पालक और मटर का स्वाद पूरी तरह से घुल जाएं।
अब तड़का लगाएं
एक छोटे पैन में घी गर्म करें। इसमें जीरा, हरी मिर्च, लाल मिर्च पाउडर और हींग डालकर तड़का लगाएं। अब तड़के को कढ़ी में डालकर अच्छे से मिला लें और 2 मिनट तक उबालने दें। लो सा अब आपकी पालक और मटर की कढ़ी बनकर तैयार है।
इनके साथ सर्व करे
- इसे आप बाजरे की रोटी, मक्का की रोटी, पूरी और चावल के साथ खा सकते है।
- बाजरे की रोटी और मक्का की रोटी बनाने की रेसिपी मेरी वेबसाइट पर रेसिपी केटेगरी में है आप जाकर देख सकते है।
पालक और मटर की कढ़ी बनाते समय खास टिप्स
- पालक और मटर की कढ़ी बनाते समय पालक को उबाले नहीं पौष्टिकता खत्म होती है।
- कढ़ी के घोल को अच्छे से फेटकर बनाये गांठे नहीं रहनी चाहिए।
- इसे लगतार हिलाते रह नहीं कढ़ी फट सकती है।
- कढ़ी को धीमी आंच पर उबाले। इससे कढ़ी स्वादिष्ट और मस्त गाढ़ी बनेगी।
- आप यह कढ़ी बेसन की जगह बाजरे के आटे की भी बना सकते है।
- आप चाओ तो लहसुन और राई का भी तड़का लगा सकते हो।
मेरे व्यक्तिगत अनुभव
मुझे हमेशा से पालक और मटर के साथ प्रयोग करना पसंद था। यह कढ़ी मेरे परिवार के सभी सदस्य बड़े चाव से खाते हैं। खासकर जब मुझे लगता है कि हमें कुछ हल्का और पौष्टिक चाहिए, तो यह कढ़ी बनाना मेरी पहली पसंद होती है। यह बहुत ही आसानी से बन जाती है और इसका स्वाद भी लाजवाब होता है। आप भी इस रेसिपी को घर पर बनाकर देखिए, मुझे यकीन है कि आपको यह जरूर पसंद आएगी।
निष्कर्ष
फायबर से भरपूर पालक और मटर की कढ़ी एक बेहतरीन डिश है, जो स्वाद और सेहत का बेहतरीन संयोजन है। यह डिश आसानी से बनाई जा सकती है और इससे आपको पोषण की भरपूर मात्रा मिलती है। इसे परिवार के सभी सदस्यों के साथ खाएं और इसका पूरा लाभ उठाएं।
पालक और मटर की कढ़ी खाने के फायदे और नुकसान
पालक और मटर की कढ़ी खाने के फायदे
पालक और मटर की कढ़ी को संतुलित मात्रा में खाने से कई सारे फायदे होते है जैसे की
पौष्टिकता से भरपूर
पालक और मटर दोनों ही पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। पालक में आयरन, विटामिन A, C, और K होते हैं, जो शरीर के लिए महत्वपूर्ण हैं। मटर में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन B6, और फोलिक एसिड की अच्छी मात्रा होती है, जो शरीर को ऊर्जा और मजबूती प्रदान करती है।
हड्डियों और पाचन के लिए फायदेमंद
पालक में कैल्शियम और विटामिन K होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। और मटर और पालक दोनों में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करती है। यह कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करने में मददगार हो सकता है और आंतों को स्वस्थ रखता है।
इम्यूनिटी बढ़ाने और हृदय स्वास्थ्य में मददगार
पालक में विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं और सर्दी, खांसी जैसी बीमारियों से बचाते हैं। और मटर में अच्छे फैट्स और फाइबर होते हैं, जो रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं। इसके साथ-साथ यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करता है, जिससे हृदय संबंधी समस्याओं का जोखिम कम होता है।
पालक और मटर की कढ़ी खाने के नुकसान
रोजाना और अत्यधिक मात्रा में पालक और मटर की कढ़ी खाने से हमारे शरीर में कुछ नुकसान भी हो सकते है जैसे की
गुर्दे की पथरी पथरी वालों के लिए
पालक में ओक्सेलेट्स (oxalates) होते हैं, जो गुर्दे की पथरी (kidney stones) के जोखिम को बढ़ा सकते हैं, इसलिए किसी व्यक्ति को पहले से गुर्दे में पथरी का समस्या हो। ऐसे लोगों को पालक का सेवन सीमित करना चाहिए।
दही से एलर्जी वालों के लिए
कढ़ी में दही डाला जाता है, जो कुछ लोगों को एलर्जी का कारण बन सकता है। यदि आपको दही से एलर्जी है, तो इसे खाने से बचें। और बेसन से एलर्जी वाले इस कढ़ी को नहीं खाये।
पेट में गैस या अपच
पालक और मटर दोनों में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो कुछ लोगों के लिए पेट में गैस और अपच जैसी समस्याएं पैदा कर सकती है। यदि आपके पेट में गैस या अन्य पाचन समस्याएं हैं, तो इसे बहुत अधिक मात्रा में न खाएं। कढ़ी में बेसन होता है और ज्यादा बेसन खाने से भी पेट में गैस की समस्या हो सकती है।
पालक और मटर की कढ़ी एक स्वस्थ और स्वादिष्ट व्यंजन है, जिसे अगर सही मात्रा और सही तरीके से खाया जाए, तो यह शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होती है। हालांकि, इसे ज्यादा मात्रा में खाने से कुछ समस्याएं हो सकती है।
मटर की मिठास, पालक का रंग,
कढ़ी में सब कुछ, सजा हो जैसे संग।
खुशियों से भरी, हर एक चम्मच में मस्ती,
जो भी खाए इसे, हो जाए खुशी की बस्ती।………
हमारे ब्लॉग को पढ़ने के लिए धन्यवाद। आप जैसे पाठक हमें और बेहतर बनने की प्रेरणा देते हैं✨। अगर आपको यह रेसिपी पसंद आई हो, तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरूर शेयर करें📲👨👩👧👦।
धन्यवाद!