मेरे रेसिपी ब्लॉग पोस्ट में आपका स्वागत है। नमस्कार दोस्तों, आज हम आपके साथ मेथी थेपला और पुदीना रायता रेसिपी: स्वाद और सेहत का बेहतरीन संगम। methi thepla recipe. शेयर करने जा रहे हैं। मेथी थेपला एक स्वादिष्ट और पौष्टिक गुजराती व्यंजन है जो सर्दियों में खासतौर पर शरीर को गर्म रखने के लिए बेहतरीन होता है।
यह कई गुणों से भरपूर होता है। इसे पुदीना रायता के साथ मिलाकर खाने का अनुभव और भी लाजवाब बनता है। पुदीना रायता की ताजगी और दही की ठंडक, थेपला के मसालेदार स्वाद को संतुलित करती है। इस संयोजन से न केवल स्वाद में विविधता आती है, बल्कि यह पेट को भी आराम पहुंचाता है।
इन दोनों का संगम आपको रोजाना मेथी थेपला और रायता खाने को मजबूर कर देगा। तो आज हम आपके लिए एक खास टिप्स के साथ चटाकेदार मेथी का थेपला और पुदीना रायता बनाने की विधि लेकर आये है। आइये जानते है। कैसे बनाते है मेथी का थेपला और पुदीना रायता।
मेथी का थेपला बनाने के लिए सामग्री
गेहूं का आटा – 2 कप
पानी – आटा गूंथने के लिए
मेथी के पत्ते – 1 कप (धोकर बारीक कटी हुई)
अदरक – 1 इंच टुकड़ा (कद्दूकस किया हुआ)
हरी मिर्च – 1-2 (बारीक कटी हुई)
जीरा – 1 छोटा चम्मच
अजवाइन – 1/2 छोटा चम्मच
हल्दी पाउडर – 1/2 छोटा चम्मच
धनिया पाउडर – 1 छोटा चम्मच
जीरा पाउडर – 1/2 छोटा चम्मच
सेंधा नमक – स्वाद अनुसार
लाल मिर्च पाउडर – 1/2 चम्मच (स्वाद अनुसार)
तेल – थोड़ी मात्रा (सेंकने के लिए)
मेथी थेपला बनाने की विधि
Step1. आटा तैयार करना गूंथना
सबसे पहले एक बर्तन में छानकर गेहूं का आटा ले। और उसमे बारीक कटी हुई मेथी, अदरक, हरी मिर्च, जीरा, अजवाइन, हल्दी, धनिया पाउडर, जीरा पाउडर, और लाल मिर्च पाउडर डालकर अच्छे से मिला लें। अब स्वाद अनुसार नमक डालें और फिर थोड़ा-थोड़ा गुनगुना पानी डालते हुए आटा गूंथ लें। आटा नरम और चिकना होना चाहिए। इसलिए इसे ढककर 10-15 मिनट के लिए छोड़ दें ताकि यह नरम और चिकना हो जाये।
Step2. पेटी बेलना
अब आटे की छोटी-छोटी लोई बना लें। एक चपाती बेलने वाली सतह पर थोड़ी सी आटा छिड़कें और एक लोई लेकर उसे बेलन से बेल लें। बेलते समय ध्यान रखें कि थेपला ज्यादा मोटा न हो, इसे पतला बेलें ताकि पकाने में आसानी हो।
Step3. थेपला सेंकना आसान तरीका
थेपला बेलना चालू करते ही गैस चालू करके तवा को गैस पर रख दे। तवा गर्म होने पर उस पर थोड़ा सा तेल या घी लगाएं। अब बेलकर तैयार किए गए थेपले को तवे पर रखें और हल्का दबाकर सेकें। जब एक तरफ हल्की सुनहरी रंगत आ जाए, तो उसे पलट दें और दूसरी तरफ भी अच्छे से सेकें। दोनों तरफ से सुनहरा और कुरकुरा होने तक थेपला पकाएं। तेल या घी की हल्की परत दोनों तरफ लगाएं ताकि थेपला और भी स्वादिष्ट और कुरकुरा बने। लो सा मेथी थेपला तैयार है। इसे गर्मा-गर्म पुदीने के रायता के साथ परोसें।
पुदीना रायता बनाने की सामग्री
दही – 2 कप (फेंटकर लिया हुआ)
सूखा पुदीना – 4 छोटा चम्मच (बारीक)
हरी मिर्च – 2 (बारीक कटी हुई)
जीरा पाउडर – 1 छोटा चम्मच
काली मिर्च पाउडर – 1/2 छोटा चम्मच
नमक – स्वाद अनुसार
चाट मसाला – 1/2 छोटा चम्मच
नींबू का रस – 2 छोटा चम्मच (optional)
पुदीना का रायता बनाने की विधि
Step1. दही फेंटना
सबसे पहले एक भगोने में दही डालकर उसे अच्छे से फेट ले। ताकि वो चिकना और एकतार हो जाये।
Step2. मसाले डालकर मिलाना
अब इसमें पुदीना डालकर एक बार और फैट ले। ताकि दही में अच्छे से गुल जाये। इसके बाद फेटे दही और पुदीने में जीरा पाउडर, काली मिर्च पाउडर और स्वाद अनुसार नमक डालकर चम्मच से हिला दे। अब इसमें एक चुटकी चाट मसाला डाले जिससे रायते में हल्का खट्टा और मसालेदार स्वाद आएगा। हरी मिर्च को बारीक काटकर डालें (अगर आप हल्का तीखा चाहते हैं)। साथ ही, एक चम्मच नींबू का रस डालें, जो रायते को ताजगी और खट्टापन देता है। अब सभी सामग्री को अच्छे से चम्मच से मिला लें ताकि मसाले और पुदीना दही में अच्छे से घुल जाएं।
Step3. ठंडा करें
अब तैयार रायते को थोड़ी देर के लिए फ्रिज में रख दे। इससे इसका स्वाद दुगना हो जायेगा और मेथी थेपला के साथ खाने में मजा आ जायेगा। आप मेथी थेपला बनाने से पहले ही पुदीना का रायता बनाकर रख ले ताकि बाद में गर्मा-गर्म थेपला के साथ खा सके।
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मेथी थेपला और पुदीना रायता बनाते समय मेरे खास टिप्स
- मेथी थेपला बनाते समय हमे मेथी ताजा और साफ लेनी है। और मेथी के पत्तों को धोने के बाद अच्छे से सुखा लें, ताकि उनमें पानी न रह जाए।
- आप चाओ तो आटा गूंथते समय थोड़ा सा दही भी डाल सकते हो।
- मेथी थेपला का आटा ज्यादा कड़क नहीं रखना है ताकि थेपला अच्छे से बेल सके और तवे पर कुरकुरा बने।
- अगर आपको थेपला बेलने में दिखत हो रही हो तो आप एक प्लास्टिक की थैली ले और दो चकले ले। अब एक चकला रखकर उसके ऊपर थैली रखे और फिर छोटी लोई रखे अब लोई ऊपर थैली रखकर दूसरे चकले से जोर से दबाये थेपला एकदम पतला और समान आकार में आसानी से बन जायेगा।
- सेंधा नमक नमक थेपले का स्वाद चटपटा करता है ,खासकर अगर आप सर्दियों में बना रहे हैं, यह सेहत के लिए भी अच्छा रहता है।
- थेपले को हमेशा ही थोड़ा-थोड़ा दबाकर पकाये कुरकुरा और समान रूप से पकता है।
- अगर आपके पास दबाने के लिए कुछ नहीं है तो हमारा देसी तरीका आप लोटे के पेंदे से दबाकर सेख सकते है जिससे हाथ जले नहीं।
- अगर दही ज्यादा गाढ़ा है, तो थोड़ा पानी डाल सकते हैं, लेकिन बहुत ज्यादा पानी न डालें, जिससे रायता पतला न हो।
- अगर आपके पास ताजा पुदीना हो तो और भी स्वाद बढ़िया आता है रायता का।
- पुदीना रायता को परोसने से पहले 30 मिनट के लिए फ्रिज में रखकर ठंडा करें, ताकि यह और भी ताजगी से भरपूर लगे।
- रायते को सजाने के लिए हल्का सा चाट मसाला डाल सकते हैं। यह न सिर्फ इसका स्वाद बढ़ाएगा, बल्कि दिखने में भी आकर्षक होगा।
मेरे व्यक्तिगत अनुभव
सर्दियों में मेथी थेपला और पुदीना रायता का स्वाद अलग ही मजा देता है। मेरी माँ हमेशा इसे बनाती थीं और अब मैंने भी इसे कई बार बनाकर परिवार को खिलाया है। मेथी थेपला में मेथी के ताजे पत्तों और मसालों का बेहतरीन मिश्रण होता है, और पुदीना रायता उसके साथ ठंडक और ताजगी का एहसास देता है। दोनों मिलकर एक शानदार संतुलन बनाते हैं। यह स्वाद में लाजवाब तो होते ही हैं, सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद हैं।
हर बार इसे बनाते हुए मुझे घर के हर सदस्य का प्यार और खुशी मिलती है, और यही कारण है कि यह रेसिपी मेरे दिल के पास है। आप भी मेरे तरिके से बताये हुए स्टेप बाई स्टेप बनाएगा बहोत टेस्टी बनेगा।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल(FAQ,S)?
Question1. थेपला का मतलब क्या होता है?
थेपला एक मसालेदार फ्लैटब्रेड है, जिसे विभिन्न मसालों, सब्जियों और आटे से बनाया जाता है, और यह खासतौर पर गुजराती खाने का एक अहम हिस्सा है।
Question2. मेथी और कसूरी मेथी में क्या फर्क है?
मेथी ताजे पटे यानि हरे गीले और कसूरी मेथी सूखी पत्तियांहोती है। मेंथी (ताजे पत्ते) आमतौर पर ताजगी और हलके कड़वे स्वाद के लिए इस्तेमाल होती है, जबकि कसूरी मेथी (सूखी पत्तियां) का इस्तेमाल विशेष रूप से सुगंध और तीव्रता बढ़ाने के लिए किया जाता है। तो, मेथी और कसूरी मेथी दोनों का उपयोग खाने में अलग-अलग तरीके से किया जाता है, लेकिन दोनों ही बहुत स्वादिष्ट और पोषक होती हैं।
Question3. पुदीना की तासीर क्या होती है?
पुदीना की तासीर ठंडी होती है। यह शरीर को ठंडक पहुंचाता है, पाचन में मदद करता है, और शरीर में उष्मा को शांत करता है। इसलिए इसे गर्मियों में और पाचन संबंधी समस्याओं के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है।
Question4. थेपला को कितने समय तक स्टोर किया जा सकता है?
थेपला को 2 दिन तक कमरे के तापमान पर रखा जा सकता है, यदि इसे अच्छे से ढक कर एल्युमिनियम फॉयल में लपेट कर रखा जाए। अगर आप इसे फ्रिज में रखें, तो यह 7-8 दिन तक ताजे रह सकते हैं। खाने से पहले, आप इसे तवे या माइक्रोवेव में हल्का गर्म कर सकते हैं। और यह सफर में लेकर जाने का एक बढ़िया खाना है। जो लम्बे समय तक खराब नहीं होता है।
Question5. 1 मेथी थेपला में कितनी कैलोरी पाई जाती है?
1 मेथी थेपला (लगभग 50-60 ग्राम) में लगभग 120-140 कैलोरी होती हैं। यह कैलोरी कंटेंट तब होता है जब थेपला सामान्य मात्रा में घी और आटे के साथ पकाया गया हो। अगर आप घी कम करते हैं या तेल की जगह हेल्दी विकल्प इस्तेमाल करते हैं, तो कैलोरी का आंकड़ा थोड़ा कम हो सकता है।
मेथी थेपला और पुदीना रायता खाने के फायदे और नुकसान
मेथी थेपला और पुदीना रायता दोनों ही स्वादिष्ट और सेहतमंद व्यंजन हैं, जो खासकर सर्दियों में खाने के लिए बेहतरीन माने जाते हैं। हालांकि, जैसे हर खाद्य पदार्थ के फायदे और नुकसान होते हैं, वैसे ही इन दोनों के भी कुछ फायदे और नुकसान हो सकते हैं।
मेथी थेपला खाने के फायदे और नुकसान
फायदे
- पाचन सुधारता है: मेथी पत्तियां पाचन तंत्र को बेहतर बनाती हैं, जिससे कब्ज़ और अन्य पाचन समस्याएं कम होती हैं।
- हृदय के लिए फायदेमंद: मेथी में फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करते हैं और दिल को स्वस्थ रखते हैं।
- खून की कमी में मददगार: मेथी में आयरन की अच्छी खुराक होती है, जो एनीमिया (खून की कमी) को दूर करने में सहायक है।
- वजन घटाने में सहायक: मेथी में घुलनशील फाइबर होता है जो भूख को नियंत्रित करता है और वजन घटाने में मदद करता है।
नुकसान
- कड़वा स्वाद: कुछ लोगों को मेथी का कड़वापन पसंद नहीं आता, जो खाने में कठिनाई पैदा कर सकता है।
- गैस और सूजन: अधिक मेथी का सेवन पेट में गैस और सूजन का कारण बन सकता है, खासकर संवेदनशील व्यक्तियों में।
- किडनी पर प्रभाव: मेथी का अधिक सेवन किडनी में जलन या समस्या पैदा कर सकता है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जिनकी किडनी संबंधी समस्या हो।
पुदीना रायता खाने के फायदे और नुकसान
फायदे
- पाचन में सहायक: पुदीना पेट की जलन, एसिडिटी और गैस को कम करने में मदद करता है, जिससे पाचन बेहतर होता है।
- ठंडक पहुंचाता है: पुदीना की तासीर ठंडी होती है, जो शरीर को ठंडक देती है और गर्मियों में राहत पहुंचाती है।
- सांसों की दुर्गंध दूर करता है: पुदीना मुंह की दुर्गंध को दूर करने में मदद करता है और ताजगी का अहसास कराता है।
- स्ट्रेस कम करता है: पुदीना का सेवन मानसिक थकान और तनाव को कम करता है, जिससे मानसिक शांति मिलती है।
- पानी की कमी को पूरा करता है: पुदीना पानी को अवशोषित करता है और शरीर की हाइड्रेशन में मदद करता है।
नुकसान
- गैस और सूजन: कुछ लोगों को पुदीना के सेवन से पेट में गैस और सूजन हो सकती है, खासकर अगर इसे ज्यादा खाया जाए। और आप कोई दवाई ले रहे हो तो।
- एलर्जी की संभावना: पुदीना कुछ लोगों को एलर्जी दे सकता है, जिससे त्वचा पर खुजली या रैशेज हो सकते हैं।
- पाचन पर असर: पुदीना ज्यादा खाने से कुछ लोगों में एसिडिटी और गैस की समस्या हो सकती है, खासकर संवेदनशील पेट वाले व्यक्तियों में।
इन दोनों का सेवन संतुलित मात्रा में किया जाए, तो ये दोनों ही सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हो सकते हैं। और रोजाना और अत्यधिक सेवन से नुकसान हो सकते है।
यह थे हमारे मेथी थेपला और पुदीना रायता रेसिपी: स्वाद और सेहत का बेहतरीन संगम।methi thepla recipe। आप एक बार जरूर बनाकर खाएं, यकीनन आपको पसंद आएंगे👍।
हमारे ब्लॉग को पढ़ने के लिए धन्यवाद। आप जैसे पाठक हमें और बेहतर बनने की प्रेरणा देते हैं✨। अगर आपको यह रेसिपी पसंद आई हो, तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरूर शेयर करें ताकि वो भी मेथी थेपला और पुदीना रायता रेसिपी को बनाकर अपनों का दिल जीते। 📲👨👩👧👦।
धन्यवाद।
गर्म-गर्म थेपला, पुदीना रायता साथ में हो,
सर्दी की ठंडी में, ये स्वाद का राज हो।
मेथी की महक और पुदीने की ताजगी,
खाने में हो जाए, जैसे दिल की राहतगी।………..