जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए प्रभावी घरेलू उपचार। Joint Pain Causes. Joint Pain Relief Foods.

मेरे जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए प्रभावी घरेलू उपचार ब्लॉग पोस्ट में आपका स्वागत है। जोड़ों का दर्द एक सामान्य समस्या है, जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। यह समस्या जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है और दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों को कठिन बना सकती है। जोड़ो का दर्द खासकर गठिया, ओस्टियोआर्थराइटिस, या मांसपेशियों की थकावट के कारण हो सकता है। हालांकि, जोड़ो के दर्द से राहत पाने के लिए कई प्रभावी घरेलू उपाय मौजूद हैं, जिनका उपयोग करके आप बिना दवाओं के इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। इस पोस्ट में हम जोड़ो के दर्द के कारण, लक्षण, घरेलू उपचार, और उन्हें कम करने के उपायों के बारे में विस्तार से जानेंगे।

जोड़ों के दर्द में व्यायाम
जोड़ों के दर्द में व्यायाम

जोड़ों का दर्द (Joint pain) क्या है?

जोड़ों का दर्द, जिसे आमतौर पर ज्वाइंट पेन कहा जाता है, शरीर के जोड़ों में सूजन, दर्द और जकड़न की स्थिति होती है। यह समस्या तब होती है जब जोड़ों में चोट या सूजन हो, जिससे हलके से लेकर गंभीर दर्द तक हो सकता है। यह दर्द किसी भी जोड़ों में हो सकता है, जैसे घुटने, कोहनी, कंधे, कलाई, या कमर। जोड़ों के दर्द का इलाज सही समय पर करना आवश्यक है, क्योंकि लंबे समय तक यह समस्या और भी जटिल हो सकती है।

जोड़ों का दर्द कारण

  • गठिया (Arthritis): गठिया जोड़ों के दर्द का सबसे आम कारण है। यह एक सूजन संबंधित स्थिति है, जिसमें जोड़ सूज जाते हैं और हड्डियों में दर्द होता है। उम्र बढ़ने के साथ जोड़ों में होने वाला ओस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis) एक सामान्य दर्द है, जिसमें हड्डियों के बीच की उपास्थि घिस जाती है, जिससे जोड़ अकड़ जाते हैं और दर्द होता है। और रुमेटाइड आर्थराइटिस (Rheumatoid Arthritis) यह एक ऑटोइम्यून स्थिति है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अपनी ही जोड़ों पर हमला करती है, जिससे सूजन और दर्द होता है।
  • गठिया से जुड़ी अन्य बीमारियाँ (Gout): गठिया की एक और सामान्य स्थिति है गाउट, जो रक्त में यूरिक एसिड के बढ़ने से होती है। यह आमतौर पर अंगूठे, घुटने और टखने के जोड़ में सूजन और तीव्र दर्द का कारण बनती है।
  • चोट या मोच (Injury or Strain): जोड़ों में चोट या मोच लगने से भी दर्द हो सकता है। इससे जुड़ी समस्याएँ जैसे हड्डी टूटना (फ्रैक्चर), मांसपेशियों में खिंचाव, या जोड़ में खिंचाव से जोड़ों में दर्द हो सकता है। यदि जोड़ में कोई चोट लगी हो, तो दर्द लंबे समय तक बना रह सकता है।
  • हड्डी में संक्रमण (Infection in the Bone or Joint): अगर किसी जोड़ में संक्रमण हो जाता है, तो उसे ऑस्टियोमायलाइटिस कहा जाता है। यह एक गंभीर स्थिति है, जिसमें हड्डी या जोड़ में सूजन और तीव्र दर्द होता है।
  • हॉर्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance): विशेष रूप से महिलाओं में मेनोपॉज के दौरान हॉर्मोनल असंतुलन के कारण जोड़ों में दर्द हो सकता है। ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों का कमजोर होना) इस कारण हो सकता है, जो जोड़ो में दर्द और अकड़न का कारण बनता है।
  • व्यायाम या शारीरिक गतिविधियों की कमी (Lack of Exercise or Physical Activity): लंबे समय तक बैठने या हलका शारीरिक व्यायाम न करने से जोड़ों में अकड़न और दर्द हो सकता है। नियमित व्यायाम और हलका स्ट्रेचिंग जोड़ो को लचीला और मजबूत बनाए रखने में मदद करते हैं।
  • वजन अधिक होना (Obesity): अधिक वजन जोड़ो पर अतिरिक्त दबाव डालता है, विशेषकर घुटने, कूल्हे और पीठ के निचले हिस्से पर। इससे जोड़ो में दर्द और सूजन हो सकती है।
  • आवश्यक पोषक तत्वों की कमी (Nutritional Deficiencies): जोड़ों के दर्द के कुछ कारणों में कैल्शियम, विटामिन D, और ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी हो सकती है। इन पोषक तत्वों की कमी से हड्डियां कमजोर होती हैं और जोड़ो में दर्द उत्पन्न हो सकता है।
  • स्ट्रेस और मानसिक दबाव (Stress and Mental Stress): मानसिक तनाव और चिंता से शारीरिक समस्याएं पैदा हो सकती हैं, जिनमें जोड़ों का दर्द भी शामिल है। मानसिक दबाव जोड़ो की सूजन और दर्द को बढ़ा सकता है, खासकर उन लोगों में जिनमें पहले से गठिया जैसी स्थितियां हों।
  • पारिवारिक इतिहास (Genetics): कुछ लोग जीन के कारण जोड़ों के दर्द के प्रति संवेदनशील हो सकते हैं। यदि परिवार में किसी को गठिया या अन्य जोड़ संबंधित समस्याएँ हैं, तो इसके होने की संभावना बढ़ जाती है।
  • गठिया और सूजन संबंधी अन्य बीमारियाँ: कुछ अन्य सूजन संबंधित बीमारियाँ जैसे लूपस (Lupus) और सिस्टिक फाइब्रोसिस (Cystic Fibrosis) भी जोड़ो में दर्द और सूजन का कारण बन सकती हैं।
  • जोड़ों का अधिक उपयोग (Overuse of Joints): यदि आप किसी विशेष जोड़ का अत्यधिक उपयोग करते हैं, तो वह थककर दर्द और सूजन उत्पन्न कर सकता है। उदाहरण के लिए, बार-बार एक ही गतिविधि करना, जैसे लंबी दौड़, भारी उठाना या अधिक खड़ा रहना, जोड़ो में दबाव डाल सकता है।
  • संक्रमण (Infection): कुछ संक्रमण जैसे बैक्टीरियल संक्रमण जो जोड़ों तक पहुँच सकते हैं, जैसे सेप्टिक आर्थराइटिस, भी जोड़ो में तीव्र दर्द और सूजन का कारण बन सकते हैं।

जोड़ों का दर्द के लक्षण

  • दर्द (Pain): जोड़ में सबसे प्रमुख लक्षण दर्द है, जो हल्के से लेकर तीव्र तक हो सकता है। यह दर्द अचानक शुरू हो सकता है या धीरे-धीरे बढ़ सकता है। जोड़ की गति के दौरान या किसी विशेष गतिविधि के दौरान बढ़ सकता है। और कभी-कभी यह दर्द रात के समय ज्यादा महसूस हो सकता है, खासकर जब जोड़ आराम की स्थिति में होते हैं।
  • सूजन (Swelling): जोड़ों में सूजन भी एक सामान्य लक्षण है, जो जोड़ों का दर्द के साथ जुड़ी होती है। सूजन के कारण प्रभावित जोड़ बड़ा दिखाई दे सकता है और यह दबाने पर नरम या गर्म महसूस हो सकता है।
  • कठोरता (Stiffness): जोड़ में कठोरता एक और आम लक्षण है, खासकर सुबह के समय। जब आप सुबह उठते हैं तो जोड़ जकड़े हुए महसूस हो सकते हैं और हिलाने-डुलाने में मुश्किल हो सकती है। इसे जोड़ों की अकड़न भी कहा जाता है, जो आमतौर पर बिस्तर से उठने के बाद महसूस होती है। और कठोरता शारीरिक गतिविधि के बाद या लंबे समय तक एक ही स्थिति में रहने के बाद भी हो सकती है।
  • लालिमा और गर्माहट (Redness and Warmth): प्रभावित जोड़ के आसपास की त्वचा में लालिमा और गर्मी का अहसास हो सकता है। यह आमतौर पर सूजन के साथ होता है और जोड़ों में संक्रमण या सूजन की स्थिति को सूचित कर सकता है।
  • चालने-फिरने में कठिनाई (Difficulty in Movement): जोड़ों के दर्द के कारण व्यक्ति को चलने या हिलाने-डुलाने में कठिनाई हो सकती है। इसे जोड़ में अकड़न या लचीलापन की कमी के रूप में महसूस किया जा सकता है, जिससे आम गतिविधियों जैसे चलना, उठना या बैठना भी मुश्किल हो जाता है।
  • अस्थिरता (Instability): जोड़ों में अस्थिरता तब महसूस होती है जब जोड़ों में सूजन, दर्द या कमजोरपन के कारण वह स्थिर नहीं रहते। उदाहरण के लिए, घुटने का जोड़ कमजोर या अस्थिर महसूस हो सकता है, जिससे गिरने का खतरा बढ़ जाता है।
  • आवाज़ (Crepitus): कभी-कभी जोड़ों के अंदर घिसाव के कारण आवाज सुनाई देती है, जैसे घुटने या कंधे में “क्लिक” या “क्रैक” की आवाज़ आ सकती है। यह आवाज़ आमतौर पर उस समय आती है जब आप जोड़ों को हिलाते हैं और यह हड्डियों के आपस में रगड़ने के कारण होती है।
  • थकान (Fatigue): जोड़ो में दर्द के कारण व्यक्ति को थकान का एहसास हो सकता है। लंबे समय तक दर्द सहने के कारण शरीर को ऊर्जा की कमी महसूस हो सकती है। यह थकान मानसिक और शारीरिक दोनों रूपों में हो सकती है।
  • बुखार (Fever): कुछ मामलों में, जोड़ों का दर्द के साथ हल्का बुखार भी हो सकता है, जो सूजन या संक्रमण के कारण होता है। बुखार और सूजन दोनों एक साथ जोड़ों के दर्द के लक्षण हो सकते हैं, खासकर अगर यह गठिया या संक्रमण से संबंधित हो।
  • मांसपेशियों में ऐंठन (Muscle Spasms): जोड़ों का दर्द मांसपेशियों में ऐंठन या संकुचन के कारण हो सकता है, जो दर्द को और बढ़ा देता है। यह विशेषकर तब होता है जब जोड़ों को अधिक प्रयोग में लाया जाता है या उन्हें अधिक दबाव दिया जाता है।

जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए प्रभावी घरेलू उपचार

1. हल्दी और अदरक का पेस्ट

  • सामग्री: 1 चम्मच हल्दी, 1 चम्मच अदरक का पेस्ट
  • विधि: हल्दी और अदरक का पेस्ट बनाकर इसे जोड़ पर लगाएं। 15-20 मिनट तक छोड़ें और फिर गुनगुने पानी से धो लें।
  • लाभ: हल्दी में मौजूद क्यूक्यूमिन सूजन को कम करता है। और अदरक के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों का दर्द और सूजन को नियंत्रित करते हैं।

2. लहसुन और तिल का तेल

  • सामग्री: 2-3 लहसुन की कलियां, 1 चम्मच तिल का तेल
  • विधि: लहसुन को कुचलकर तिल के तेल में डालें और हल्का गर्म करें। और गुनगुने तेल से जोड़ो पर मालिश करें।
  • लाभ: लहसुन में सल्फर होता है, जो सूजन और जोड़ों का दर्द को कम करता है। और तिल का तेल जोड़ो को पोषण देता है और रक्त संचार बढ़ाता है।

3. नारियल तेल और कपूर का मिश्रण

  • सामग्री: 1 चम्मच नारियल तेल, 1 चुटकी कपूर
  • विधि: नारियल तेल और कपूर को मिलाकर हल्का गर्म करें। और गुनगुने तेल से जोड़ो पर मालिश करें। और धुप में बैठे।
  • लाभ: कपूर के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण दर्द में राहत प्रदान करते हैं। और नारियल तेल त्वचा में गहराई से समाता है और जोड़ो को लचीला बनाता है।

4. गर्म और ठंडे सिकाई (Hot & Cold Compress)

  • सामग्री: गर्म पानी और बर्फ के टुकड़े
  • विधि: गर्म और ठंडे पैक को बारी-बारी से दर्द वाले स्थान पर 10-15 मिनट तक रखें।
  • लाभ: ठंडा पैक सूजन को कम करता है और गर्म पैक रक्त संचार को बढ़ाता है।और यह जोड़ो में लचीलापन और आराम प्रदान करता है।

5. सेंधा नमक और शहद का लेप(Rock salt and honey paste)

  • सामग्री: 1 चम्मच सेंधा नमक, 1 चम्मच शहद
  • विधि: सेंधा नमक और शहद को मिलाकर पेस्ट बनाएं। और इस मिश्रण को जोड़ो पर 15-20 मिनट तक लगाकर छोड़ दें।
  • लाभ: सेंधा नमक हड्डियों से टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है। शहद सूजन को कम करता है और जोड़ो को पोषण देता है।

6. गाय के घी और लौंग का तेल(Cow ghee and clove oil)

  • सामग्री: 1 चम्मच गाय का घी, 2-3 बूँद लौंग का तेल
  • विधि: गाय के घी में लौंग का तेल मिलाकर हल्का गर्म करें। और दर्द वाले स्थान पर मालिश करें।
  • लाभ: लौंग के तेल में प्राकृतिक दर्द निवारक गुण होते हैं। और गाय का घी जोड़ो को लुब्रिकेट करता है, जिससे दर्द कम होता है।

7. अर्जुन की छाल का पाउडर(Arjuna bark powder)

  • सामग्री: अर्जुन की छाल का पाउडर
  • विधि: 1 चम्मच अर्जुन की छाल का पाउडर पानी या शहद में मिलाकर सेवन करें।
  • लाभ: अर्जुन की छाल हड्डियों को मजबूत बनाती है और जोड़ो में दर्द को कम करती है।

8. काले तिल और गुड़ का मिश्रण(Mixture of black sesame seeds and jaggery)

सामग्री: 1 चम्मच काले तिल, 1 टुकड़ा गुड़

विधि: काले तिल और गुड़ को मिलाकर दिन में एक बार सेवन करें।

लाभ: काले तिल में कैल्शियम होता है, जो हड्डियों को मजबूत करता है। और गुड़ शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकालता है और जोड़ो के दर्द को कम करता है।

9. आंवला और हल्दी का अर्क(Amla and Turmeric extract)

  • सामग्री: 1 चम्मच आंवला का रस, 1 चुटकी हल्दी
  • विधि: आंवला का रस और हल्दी को मिला कर पिएं।
  • लाभ: आंवला में विटामिन C होता है, जो हड्डियों को मजबूत करता है। और हल्दी सूजन और दर्द में राहत देती है।

10. तुलसी और अदरक का काढ़ा(Decoction of basil and ginger)

  • सामग्री: 5-6 तुलसी पत्तियां, 1 इंच अदरक, 1 गिलास पानी
  • विधि: पानी में तुलसी और अदरक डालकर उबालें। जब यह काढ़ा तैयार हो जाए, तो इसे छानकर पिएं।
  • लाभ: तुलसी और अदरक दोनों ही सूजन को कम करते हैं और जोड़ो में दर्द में राहत देते हैं। और एक अनोखा जोड़ो के दर्द का उपाय ऐसे भी पढ़े।

जोड़ों के दर्द से बचने के 19 असरदार और मजबूत उपाय

  1. व्यायाम और योग: नियमित रूप से हल्का व्यायाम और योग करें। यह जोड़ को लचीला और मजबूत बनाता है, जिससे दर्द में राहत मिलती है। यदि व्यायाम नहीं कर सकते हो तो रोजाना थोड़ा पैदल चलने की आदत दाल लो या घर के काम में बाई ने लगाकर खुद से करो। यह भी एक शरीर की कसरत है।
  2. सही आहार: कैल्शियम, विटामिन D और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर आहार लें, जैसे दूध, हरी पत्तेदार सब्जियां, मछली और अलसी के बीज। यह हड्डियों और जोड़ों को मजबूत करता है। और हमेशा हर सर्दी के मौसम में joint pain relief foods जैसे की मेथी के लड्डू, गाजर का हलवा, हल्दी की सब्जी, सूजी का हलवा, कालीमिर्च के लड्डू, मूंग दाल का हलवा, मसालेदार हरी मिर्च का अचार, गोंद के लड्डू, बाजरा की रोटी, बाजरे का खींच , इन सभी का सेवन व्यक्ति को सर्दी मौसम में करना चाहिए। सेहत और जोड़ो के दर्द के बेहद ज्यादा लाभदायक होते है।
  3. हल्दी और अदरक का सेवन: हल्दी में करक्यूमिन और अदरक में सूजन कम करने के गुण होते हैं। इनका सेवन जोड़ के दर्द को कम करने में मदद करता है।
  4. वजन नियंत्रित रखें: अधिक वजन जोड़ पर दबाव डालता है, जिससे दर्द बढ़ सकता है। स्वस्थ वजन बनाए रखना जोड़ों को राहत पहुंचाता है। इसलिए हमे सदी के मौसम में वाले दूध का सेवन करना बेहद फायदेमंद बताया गया है। हल्दी वाले दूध की बेस्ट रेसिपी जानने के लिए यह पढ़े।
  5. सही मुद्रा बनाए रखें: गलत मुद्रा से जोड़ पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है। हमेशा सीधे बैठने और खड़े रहने की आदत डालें।
  6. पानी का सेवन बढ़ाएं: पानी की कमी से जोड़ सूख सकते हैं और दर्द बढ़ सकता है। दिनभर में 8-10 गिलास पानी पिएं। और स्वस्थ जीवनसेली का उपयोग करे। जीवन के बारे में सही जानकारी के लिए यह पढ़े।
  7. प्राकृतिक तेल से मसाज: सरसों का तेल या ओलिव ऑयल से हल्के हाथों से जोड़ की मसाज करें। इससे सूजन और दर्द में राहत मिलती है। और जोड़ों का दर्द आयुर्वेदिक दवा का भी इस्तेमाल बेहद फायदेमंद होता है।
  8. इप्सम सॉल्ट बाथ: गर्म पानी में इप्सम सॉल्ट डालकर स्नान करें। यह सूजन को कम करता है और जोड़ के दर्द में राहत प्रदान करता है।
  9. तैराकी: तैराकी एक ऐसा व्यायाम है जिसमें जोड़ पर कम दबाव पड़ता है, लेकिन यह मांसपेशियों और जोड़ को मजबूत बनाता है।
  10. स्ट्रेचिंग और मसल्स रिलैक्सेशन: जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए स्ट्रेचिंग और मसल्स रिलैक्सेशन एक्सरसाइज करें। यह जोड़ के चारों ओर की मांसपेशियों को ढीला करता है और दर्द में राहत देता है।
  11. एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं: अगर दर्द बहुत अधिक हो, तो डॉक्टर की सलाह से एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं जैसे कि इबूप्रोफेन या अन्य कोई दर्दनाशक दवाएं लें, जो सूजन और दर्द को कम करने में मदद करती हैं।
  12. स्ट्रेस कम करना: मानसिक तनाव और चिंता भी शारीरिक दर्द को बढ़ा सकते हैं। ध्यान, प्राणायाम, और गहरी सांसों की तकनीकें अपनाकर मानसिक तनाव को कम करें।
  13. फिजियोथेरेपी: अगर जोड़ों में लगातार दर्द हो, तो फिजियोथेरेपिस्ट से विशेष उपचार लें। वे सही तरीके से व्यायाम करवा सकते हैं जो जोड़ के दर्द को कम करता है।
  14. कूलिंग और हीटिंग पैड्स: कूलिंग पैड्स (बर्फ) और हीटिंग पैड्स (गर्म पट्टियां) का उपयोग भी जोड़ के दर्द को कम करने के लिए किया जा सकता है। बर्फ सूजन को कम करने में मदद करती है और गर्म पट्टियां मांसपेशियों को रिलैक्स करती हैं।
  15. प्राकृतिक जड़ी-बूटियां: अजवाइन, कढ़ी पत्ते, या गेंहू के दाने जैसी जड़ी-बूटियां जोड़ के दर्द में राहत दे सकती हैं। इनका सेवन जोड़ के दर्द से निपटने के लिए किया जा सकता है।
  16. जोड़ों की सुरक्षा: अगर आप किसी भारी काम को करने जा रहे हैं, तो जोड़ को सुरक्षित रखने के लिए अतिरिक्त सहारा लें। जैसे, वजन उठाते समय घुटने और पीठ का ख्याल रखें।
  17. समय पर आराम: लंबे समय तक एक ही अवस्था में बैठने या खड़े रहने से जोड़ में दर्द बढ़ सकता है। समय-समय पर आराम करें और अपनी स्थिति बदलते रहें।
  18. अल्कोहल और धूम्रपान से बचें: शराब और तंबाकू जोड़ और हड्डियों को कमजोर कर सकते हैं। इनसे दूर रहें, ताकि जोड़ की सेहत बनी रहे।
  19. हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए सप्लीमेंट्स: यदि आहार से पर्याप्त पोषक तत्व नहीं मिल पा रहे हैं, तो कैल्शियम, विटामिन D, और ग्लूकोसामाइन जैसे सप्लीमेंट्स लेने से हड्डियों और जोड़ों की सेहत में सुधार हो सकता है।

जोड़ों के दर्द में डॉक्टर से कब मिले?

अगर जोड़ों का दर्द लगातार बढ़ रहा हो, सूजन या गर्मी महसूस हो, या दर्द किसी चोट के बाद बढ़े, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें। इसके अलावा, यदि दर्द आपकी दैनिक गतिविधियों को प्रभावित कर रहा हो, या अन्य लक्षण जैसे बुखार, कमजोरी या वजन घटना भी हो, तो भी डॉक्टर से मिलना आवश्यक है। समय पर इलाज से जोड़ के दर्द को नियंत्रित किया जा सकता है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल(FAQ,S)?

Question1. जोड़ों का दर्द किसकी कमी से होता है?

जोड़ों का दर्द मुख्य रूप से कैल्शियम, विटामिन D, ग्लूकोसामाइन, और ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी से हो सकता है। इसके अलावा, कोलाजेन और हयालूरोनिक एसिड की कमी भी जोड़ के दर्द का कारण बन सकती है। इन पोषक तत्वों की कमी से हड्डियां कमजोर होती हैं और जोड़ में सूजन और दर्द बढ़ सकता है।

Question2. जोड़ों के दर्द में कौन सी बीमारी होती है?

जोड़ों के दर्द के मुख्य कारणों में आर्थराइटिस (जैसे ओस्टियोआर्थराइटिस और रूमेटोइड आर्थराइटिस), लाइम रोग, गठिया, प्रमेह (Gout), स्ट्रेप्टोकोकल संक्रमण, और रिएक्टिव आर्थराइटिस शामिल हैं। ये बीमारियां जोड़ में सूजन, दर्द और गतिशीलता में कमी का कारण बन सकती हैं।

यह थे हमारे जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए प्रभावी घरेलू उपचार। Joint Pain Causes. Joint Pain Relief Foods.
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धन्यवाद।

जोड़ों के दर्द को अब समझने की जरूरत है,
हल्दी, अदरक से मिलती राहत की कोई बात नहीं हूरत है।
सहारा इन घरेलू नुस्खों का लो,
दर्द होगा कम, और जीवन में खुशी का होगा रंग।….

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