मेरी रेसिपी में आपका स्वागत है। गेहूं के आटे का हलवा भारत का प्रसिद्ध और सादगी हलवा है। यह हलवा देसी घी में बनाने पर बहुत स्वाद लगता है। गेहूं के आटे का हलवा पौष्टिक तत्वो से भरपूर होता है। भारत में मेहमान आने पर यह सबसे पहली डिस होती है। देसी घी में गेहूं के आटे के हलवे को शिरा कहते है। देशी घी से बनाया हुआ गेहूं के आटे का हलवा सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। भारत में स्तनपान कराने वाली महिला को दिन में दो बार देसी घी में गेहूं के आटे का हलवा खिलाया जाता है। कहते है इसे खाने से माँ और बच्चा दोनों मजबूत रहते है। गेहूं के आटे का हलवा तेल में बनाकर गर्भवती महिला को नोवे महीने में खिलाने से नॉर्मल डिलवरी होने के चान्स ज्यादा रहते है। इस रेसिपी में एक ऐसा अनोखा तरीका है जीससे गेहूं के आटे का हलवा बिलकुल चिपचिपा नहीं बनेगा। एकदम खिला-खिला बनेगा। तो आइये आपको बताते है की गेहूं के आटे का लाजवाब,दानेदार और ताकतवर हलवा कैसे बनाते है।
देसी घी में गेहूं के आटे का हलवा बनाने के लिए सामग्री
- गेहूं का आटा – 1 कप(थोड़ा दरदरा)
- देसी घी – 1 कप
- चीनी – 1 कप(स्वादानुसार)
- पानी – 4 कप
- किशमिश – 8
- बादाम – 4 (काटकर)
- इलाइची – 4 (कूटकर)
- खाने वाला पीला कलर – 1 चुटकी भर
- काजू – 8 (दो भाग कर ले)
- (किशमिश,बादाम,काजू दस मिनट पहले पानी में भिगो दे)
देसी घी में गेहूं के आटे का हलवा बनाने के लिए पानी गर्म करने की विधि
एक भगोने में 4 कप पानी लें और गैस चालू करके भगोने को गैस पर रख दे। अब इस पानी में कुटी हुई इलाइची और खाने वाला पीला कलर डालें। अब पानी को तेज आँच पर पाँच मिनट तक उबलनें दे। गैस बंद करके पानी पर ढ़कन लगा दे।
देसी घी में गेहूं के आटे का हलवा बनाने की विधि
देसी घी में गेहूं के आटे का हलवा बनाने के लिए सबसे पहले एक कढ़ाई ले और गैस चालू करके कढ़ाई को गैस पर रख दे। और इसमें घी डालकर घी को गर्म होने दे। गेहूं का आटा थोड़ा दरदरा होने से हलवा चिपचिपा नहीं एकदम खिला-खिला बनेगा। अब धीमी आंच पर गर्म घी में गेहूं का आटा डालकर आटे को चमच्च से हिलायें हल्का सुनहरा होने तक । आटा भुन जाने पर इसमें सुगन्ध आने लग जाएगी। तब इसमें उबला हुआ पानी डालकर लगतार चमच्च से हिलायेंगे ताकि हलवे में गुठलिया नहीं पड़े। पूरा पानी सोखने पर इसमें चीनी और भीगे हुए काजू , किशमिश और बादाम डालकर थोड़ी देर तक और पकाये। और गैस बंद कर दे। लो सा देसी घी में गेहूं के आटे का हलवा बनकर तेयार है। गर्मा-गर्म परोसिये और अपनों का दिल जीतिए।
देसी घी में गेहूं के आटे का हलवा खाने से फायदे
देसी घी में गेहूं के आटे का हलवा खाने से अनेको फायदे होते है। हलवा खाने से डाइजेस्टिव सिस्टम सही रहता है जिससे पाचन तंत्र मजबूत रहता है। हलवे में पोटेशियम और कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है। इसलिय शरीर की हड्डिया मजबूत रहती है। गेहूं के आटे का हलवा पौष्टिकता से भरपूर होता है। सुस्ती और कमज़ोरी दूर होती है। भारत में स्तनपान कराने वाली महिला को दिन में दो बार देसी घी में गेहूं के आटे का हलवा खिलाया जाता है। कहते है इसे खाने से माँ और बच्चा दोनों मजबूत रहते है। गेहूं के आटे का हलवा तेल में बनाकर गर्भवती महिला को नोवे महीने में खिलाने से नॉर्मल डिलवरी होने के चान्स ज्यादा रहते है।
देसी घी में गेहूं के आटे का हलवा खाने से नुकसान
देसी घी में गेहूं के आटे का हलवा खाने से नुकसान भी हो सकते है। इसमें चीनी की मात्रा ज्यादा होने के कारण इसे कम खाना चाहिए। रोजाना खाने से सुगर की बीमारी हो सकती है। ज़्यादा घी खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है। जिससे आर्ट अटेक आने की संभावना ज्यादा रहती है। ज़्यादा घी खाने से मधुमेह के मरीज़ों की रक्त शर्करा बढ़ भी सकती है।